News Cubic Studio

Truth and Reality

Uttarakhand / Lansdowne : लैंसडाउन विधायक महंत दलीप सिंह रावत के किये गए कार्यों का वीडियो जब सोशल मीडिया में वायरल हो गया तो शुरू होने लगा है गुंडा राज

  • विधायक दिलीप सिंह रावत के मीडिया प्रभारी अमित रावत “अभय” क्षेत्र के जागरूक लोगों को घर से उठाने व औकात दिखाने की धमकियां दे रहे हैं।
  • सोशलमीडिया पर खुले आम धमकियां दे रहे हैं महंत के नजदीकी।
  • लैंसडोन विधानसभा में लौटा गुंडा राज।

ये लक्ष्मणझूला बैराज रठुवाढाब मार्ग का मामला अब नया रूप लेने लगा हैं। सोशल मीडिया पर विधायक की किरकिरी होने के बाद विधायक दिलीप सिंह रावत ने अपनी सफाई दी जिस में उन्होंने सिरे से नकारा कि मैंने मुख्यमंत्री के फैसले को गलत बताया। विधायक का कहना था कि मैंने सिर्फ कड़ी जांच के आदेश दिए थे और जांच के बाद जो भी दोषी पाया गया उस के खिलाप सख्त कार्यवाही की मांग की थी। मगर मेरे बयानों का पत्रकारों ने जनता के सामने गलत मतलब रखा। इस विषय पर व्हाट्सएप ग्रुपों व फेसबुक में बहसें शुरु हो गई। एक राजनीतिक ग्रुप “रिखणीखाल लैंसडोन एक नजर” में देर रात क्षेत्रीय जनता के साथ महंत के मीडिया प्रभारी अमित रावत व चचेरे भाई ठेकेदार चन्द्र पाल सिंह रावत इतने बुरी तरह भड़क गए कि अमित रावत “अभय” (सिरस्वाड़ी) ने संजय सिंह ग्राम उनेरी वालों को औकात दिखाने व घर से उठाने की बात तक कर दिया जिस पर बहुत बबाल हो गया। अमित नेगी का कहना था कि “अभी मैं अपने असली रूप में नही आया हूँ आप ने मेरा असली चेहरा नही देखा हैं यदि मैं अपने असली रूप में आगया तो घर से उठा दूंगा”

यह सरेआम गुड्डगर्दी हैं, इस तरह की धमकियां आजकल क्षेत्र के स्वतंत्र पत्रकारों सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी मिल रही हैं। लैंसडोन विधानसभा की कमियों को उजागर करने वालों के खिलाप अनेकों प्रोपेगैंडा का इस्तेमाल किया जा रहा हैं जिस से सामाजिक कार्यकर्ताओं की छवि खराब हो रही हैं पत्रकारों पर अनेकों आरोप लगाए जा रहे हैं। आम जनता को धमका कर घर से उठाने की बात हो रही हैं। यह लोकतंत्र का असली रूप हैं। लगता हैं 1990 से 2000 के मध्य का गुंडा राज पुनः रिखणीखाल में लौट चुका हैं। लोकप्रिय नेता जी के गुर्गे लोकतंत्र का गला घोटने के लिए अपने गुर्गों का स्तेमाल कैसे कर रहे हैं यह नजर आने लग गया हैं। चुनाव नजदीक आते ही दंड-भेद की राजनीति सुरु हो गई हैं। लैंसडोन विधानसभा में अमित नेगी “अभय” उपविधायक के नाम से प्रचलित हैं जिन के आगे कोई भी व्यक्ति कुछ नही कह सकता हैं। जिस को पूरा समर्थन विधायक व उन के चेचेरे भाई ठेकेदार चन्द्रपाल सिंह रावत का हैं। जनप्रतिनिधियों को जनता की फिक्र नही ठेकेदारों से सांठगांठ व अधिकारियों से मिलीभगत कर के सरकारी पैसे की लूट हो रही हैं और आवाज उठाने वालों को दबाया कुचला जा रहा है।

See also  Himachal Pradesh / Dharamshala : 18 thousand new saplings will be planted in Dharamshala, 15 thousand will be maintained : Vishal

प्रभुपाल सिंह रावत
नावे तल्ली रिखणीखाल