Uttarakhand / Haridwar : गंगा दशहरे व निर्जला एकादशी पर खुले रखे जाएं बार्डर: डा.नीरज सिंघल

उद्योग व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष डा.नीरज सिंघल ने प्रैस को जारी बयान में कहा है कि गंगा दशहरा एवं निर्जला एकादशी पर बार्डर सील ना किए जाएं। कोरोना के चलते हरिद्वार का व्यापारी आर्थिक तंगी का सामना कर रहा है। बरसात प्रारंभ हो चुकी है। बरसात का असर व्यापार पर भी पडऩे लगा है। नियमों के तहत बार्डर पर बाहर से आने वाले यात्रियों को प्रवेश करने दिया जाए। डा.नीरज सिंघल ने यह भी कहा कि बिजली पानी के बिल, स्कूल फीस, बैंक ब्याज एवं दुकानों का किराया देने में व्यापारी असमर्थ हो गए हैं। सरकार को जल्द से जल्द व्यापारियों को नकद राहत देने के साथ आर्थिक पैकेज की घोषणा करनी चाहिए। साथ ही चारधाम यात्रा प्रारम्भ की जाए। जिससे व्यापारी अपनी आर्थिक स्थिति को संभाल पाए। हरिद्वार का व्यापार पूरी तरह धार्मिक पर्यटन पर निर्भर है। लेकिन कोरोना के चलते दो वर्षो से मंदी की मार झेल रहे व्यापारियों की कमर टूट चुकी है। ट्रैवल व होटल व्यवसाय पूरी तरह से ठप्प है। सरकार को व्यापारियों की पीड़ा को समझना चाहिए। राज्य के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को व्यापारियों के हितों में निर्णय लेकर राहत प्रदान करनी चाहिए। उन्होंने जिला प्रशासन से भी अपील करते हुए कहा कि गंगा दशहरा व निर्जला एकादशी पर बार्डर पर सख्ती ना की जाए। बाहर से आने वाले यात्री श्रद्धालुओं को नियमों के तहत गंगा स्नान के लिए आने दिया जाए। नीरज सिंघल ने कहा कि लोगों की धार्मिक भावनाएं भी आहत हो रही हैं। प्रदेश सरकार को श्रद्धालु भक्तों की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए। चारधाम यात्रा भी प्रारम्भ की जाए।