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जामिया मिलिया इस्लामिया के कुलपति और उनकी टीम के प्रयास से रोजेदारों के लिए इफ्तार का व्यवस्था

दूर-दूर से आए छात्रों, जो देर शाम तक कक्षाओं में उपस्थित रहने वाले , पुस्तकालय में अध्ययन करने वाले , तथा देर शाम तक काम करने वाले सुरक्षा गार्डों और सफाई कर्मचारियों के लिए सामूहिक इफ्तार का आयोजन किया जाता है ।

जामिया मिल्लिया इस्लामिया के कुलपति प्रोफेसर मजहर आसिफ साहब और उनकी टीम का प्रयास सराहनीय है, जिन्होंने रमजान के पवित्र महीने में विश्वविद्यालय के सुरक्षा गार्डों और सफाई कर्मचारियों, छात्रों व छात्राओं के लिए इफ्तार का प्रबंध किया। यह महत्वपूर्ण पहल रमज़ान के पहले महीने से शुरू हुई है और तब से जारी है। और ईश्वर की इच्छा से यह पूरे महीने जारी रहेगी। इस परियोजना के तहत विश्वविद्यालय के उन स्टाफ गार्डों को अपना उपवास तोड़ने का अवसर मिल रहा है जिनकी ड्यूटी देर शाम तक रहती है या वे छात्र जो अपने घरों से दूर रहकर पढ़ाई कर रहे हैं।

यह श्रृंखला उन विद्यार्थियों के लिए विशेष रूप से लाभदायक सिद्ध हो रही है जो दिल्ली के विभिन्न भागों से आते हैं या जो शाम को अपनी कक्षाएं लेते हैं और अक्सर लाइब्रेरी में देर तक पढ़ाई करते हैं। लगभग तीन सौ छात्र प्रतिदिन अपना रोज़ा खोलते हैं और यह सारी व्यवस्था कुलपति प्रोफेसर मज़हर आसिफ और उनकी टीम के व्यक्तिगत सहयोग से ही संभव हो पाती है। जो इस पहल की उदारता और मानवता के प्रति प्रेम का प्रतिबिंब है। और ये सारी व्यवस्थाएं एसआरके हॉस्टल, गेट नंबर 8 के लॉन में की जा रही हैं।

यह स्वागत योग्य बात है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस पवित्र महीने के दौरान छात्रों, सुरक्षा गार्डों और सफाई कर्मचारियों के लिए विशेष व्यवस्था की है। विश्वविद्यालय के कुलपति की इस पहल को सराहना की दृष्टि से देखा जा रहा है।