Uttar Pradesh / Kanpur : कलयुगी बेटे ने बुजुर्ग पिता का नहीं कराया इलाज तो ईएमओ ने निभाया फर्ज
बुढ़ापे में पिता का सहारा बनने के बजाय एक कलयुगी बेटे ने मानवता की सारी सीमायें तोड़ दी। गोविंद नगर पीली कालोनी निवासी बुजुर्ग सुग्रीव सिंह रेलवे से रिटायर्ड है। मंगलवार सुबह नौबस्ता निवासी नीरज सिंह बुजुर्ग को लेकर हैलट इमरजेंसी पहुंचे। बुजुर्ग के बायें पैर में प्लास्टर चढ़ा था और वो पैर में असहनीय दर्द के कारण स्ट्रेचर पर लेटे कराह रहे थे। इसी बीच ईएमओ डाँ आशीष श्रीवास्तव और पीआरओ दिनेश कुमार भट्ट की नजर बुजुर्ग पर पड़ी। दर्द से कराह रहे बुजुर्ग ने अपनी आपबीती दोनों को बताई तो ईएमओ ने बगैर समय गंवायें बुजुर्ग का एक्सरे कराने के बाद इलाज शुरू कराया और पीआरओ ने दवायें मुहैया कराई। इतना ही नहीं ईएमओ ने भूखे बुजुर्ग के लिए खुद ब्रेड,बिस्कुट और चाय भी मंगवाई। वहीं पीआरओ ने बेटे को फोन कर बुजुर्ग पिता को जब ले जाने को कहा तो बेटे सुरेंद्र ने हाँस्पिटल आने से इंकार कर दिया। बुजुर्ग ने बताया कि,उनका बेटा एक पूर्व विधायक की फैक्ट्री में काम करता है। हालांकि बुजुर्ग ने खुद भी बेटे को फोन कर उन्हें ले जाने को कहा लेकिन बरते ने पिता की एक ना सुनी। बेटे के इंकार करने पर बुजुर्ग पिता की आँखों से आँसू छलक पड़े तो ईएमओ ने उन्हें ढाढंस बंधाया।